आखिर बच्चे रात को अचानक उठ कर क्यों रोने लगते हैं, जानें क्या है वजह?

आखिर बच्चे रात को अचानक उठ कर क्यों रोने लगते हैं, जानें क्या है वजह?

सेहतराग टीम

बच्चों का रोना अच्छा माना जाता है। यही नहीं अक्सर बच्चे रोते भी रहते हैं। भूख लगती है तब बच्चे रोते हैं और कुछ परेशानी होती है तब बच्चे रोते हैं। बच्चों का रोना पैरेंट्स को बताता है कि बच्चा इस समय कुछ चाहता है। लेकिन कई बार देखने और सुनने को मिलता है कि रात को सोते समय अचानक बच्चे उठ कर रोने लगते हैं। बच्चे जब बोल नहीं पाते हैं तो अपनी बात को दूसरे तक रोने के माध्यम से ही पहुचाते हैं। इसलिए मां-बाप को यह समझना बहुत जरुरी होता है कि बच्चे किस लिए रो रहें हैं।

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घर में छोटे बच्चे होने पर घर में रौनक बनी रहती है। लेकिन जब बच्चे ज्यादा रोते हैं तो तब लोगों को खराब लगने लगता है। वहीं तब और ज्यादा खराब लगता है जब बच्चे रात को रोते हैं। लेकिन गुस्सा होने की बजाए लोगों को यह जानना जरुरी है कि बच्चे आखिर रात को रोते क्यों हैं? अगर आपके यहां भी बच्चे रात को अचानक उठ कर रोने लगते है तो इसकी वजह जानना जरुरी है। तो आइए जानते है कि इसकी वजह क्या है?

दरअसल जन्म के बाद बच्चा दुनिया के अनुभवों को अपने तरीके से समझने लगता है, जिसको समझने में बच्चों को कई बार कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है तो कभी-कभी असहज भी महसूस होता है। अक्सर आपने देखा होगा जन्म के कुछ महीनों तक बच्चा सिर्फ नींद में ही रहता है। उनके लिए सबकुछ अलग सा होता है। उन्हें इस दुनिया की चीजों को समझने में थोड़ा समय लगता है। 

भूख लगना 

शुरुआती महीनों में बच्चों को ज्यादा से ज्यादा दूध की आदत हो जाती है, क्योंकि उनकी भूख को शांत करने का एक ही तरीका होता है। इसलिए जब भी बच्चों को भूख लगती है तो वो रोना शुरू कर देते हैं। ऐसा सबके साथ होता है जब बच्चा रोता है तो सबसे पहले बच्चे को दूध ही पिलाया जाता है। इसके बाद उन्हें डकार दिलवाना बहुत जरूरी होता है। 

शारीरिक परेशानियां

बच्चों को अक्सर गैस की समस्या ज्यादा रहती है। ऐसे में बच्चों के पेट में काफी दर्द रहने लगता है। इससे राहत देने के लिए उन्हें डकार दिलवाने की जरूरत होती है। आपको बता दें कि बच्चों को स्तनपान या बोतल से दूध पिलाते समय वो साथ में हवा को भी निगल जाते हैं। इसलिए ये जरूरी हो जाता है कि दूध पिलाने के बाद बच्चे को डकार दिलवाने बहुत जरूरी हो जाता है। इसके साथ ही आप उसे दूध पिलाने के बाद ही पेट की तरफ लेटाकर बच्चे की पीठ को मालिश करने से बच्चे को राहत मिलती है। 

दांत निकलते समय दर्द होना 

कई बार बच्चे रात में अचानक रोने लगते हैं और न ही वो दूध पिते हैं। ऐसे में बच्चे के माता-पिता काफी परेशान रहते हैं कि बच्चा रात में इतना क्यों रो रहा है। आपको बता दें कि शुरुआती 4 महीनों के बाद बच्चों के दांत निकलने लगते हैं। जिसकी वजह से उन्हें काफी दर्द होता है। इस दर्द को दूर करने के लिए बच्चे खुद ही किसी भी चीज को मुंह में दबाने लगते हैं। इससे उन्हें आराम मिलता है। इसके लिए आप बच्चों के मसूड़ों पर धीरे से मालिश कर सकते हैं। इसके साथ ही आप उन्हें कुछ ऐसी चीजें दे सकते हैं जिससे फ्रिज में ठंडा कर बच्चे के मसूड़ों की जलन को कम कर सके। 

इन सबके अलावा अगर आपका बच्चा रोजाना रात में रोता रहे तो हो सकता है उसके शरीर के किसी हिस्से में परेशानी हो या फिर दर्द हो, इसके लिए आपको एक डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए। कई बार बच्चों के कान में भी दर्द होने के कारण वो रात में अचानक उठकर रोने लगते हैं। इन सब चीजों से बच्चे को राहत दिलाने के लिए आप बच्चे को दवाई जरूर दिलवाएं।

 

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